घाटशिला : घाटशिला को जिला बनाने की मांग को लेकर जिला निर्माण संघर्ष समिति के सदस्यों ने घाटशिला अनुमंडल कार्यालय पर जोरदार धरना प्रदर्शन किया l
इस मौके पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए जिला निर्माण संघर्ष समिति घाटशिला के संयोजक सह भाजपा नेता झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता लखन मार्डी ने कहा की जमशेदपुर की उपनिवेशवाद की गुलामी ने घाटशिला को गर्त में धकेल दिया। यहां की जनता आज भी पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के भरोसे जिंदा है स्वास्थ्य सेवा का लाभ झारग्राम,बारीपदा व भुवनेश्वर कटक के अस्पतालों के भरोसे है। यहां की शिक्षा व्यवस्था बदहाल है यहां की सड़कें बदहाल है। जब घाटशिला मेन रोड पर घुटना से ऊपर कचरा पानी बहता हो तो इस क्षेत्र के आम जन-मानस सुदूरवर्ती इलाकों के ग्रामों में किस तरह से रहते हैं आप परिकल्पना कर सकते हैं ।
उन्होंने कहा की यहां की बिजली की स्थिति काफी जर्जर है पेयजल की समस्या विकराल रूप ले चुकी है यहां के लोग आज भी पीएम आवास, आबुआ आवास, वृद्धा पेंशन जैसी सुविधाओं से वंचित है टाटा कंपनी के गोद में फलने फूलने वाले नेता और अधिकारी इस क्षेत्र के आम जनमानस की समस्या को नहीं समझ पाते। इसलिए घाटशिला को जिला बनाना अति आवश्यक है।साथ ही उन्होंने कहा की सरकार को घाटशिला और बहरागोड़ा को दो अलग -अलग अनुमंडल बनाना चाहिए l
शिक्षाविद प्रोफेसर मित्रेश्वर ने कहा इस क्षेत्र के लोगों के साथ घोर अन्याय हुआ है जब सरायकेला, खरसावां,सिमडेगा, लोहरदगा, रामगढ़ आदि क्षेत्र जिला बन सकता है तो घाटशिला के साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया गया ये समझ से परे है l
बुद्धेश्वर मार्डी में कहा इस क्षेत्र में जो भी जन प्रतिनिधि हुए उन लोगों ने घाटशिला की समस्याओं को कभी ध्यान नहीं दिया l सारी व्यवस्था भगवान भरोसे है l
समाजसेवी गीता मुर्मू एवं रवि प्रकाश ने कहा की लखन मार्डी के नेतृत्व में जिला बनाने की मांग को लेकर आंदोलन विकराल रूप लेने वाला है l हर घर तक जिला बनाने की आवाज को पहुंचाया जाएगा ।
सभा का संचालन प्रदीप कुमार पिंटू ने तथा धन्यवाद ज्ञापन समाज सेवी तपन बेहरा ने किया।
इस धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से प्रोफेसर सुबोध सिंह, हेमंत नारायण देव ,विश्वनाथ बेहरा, सत्य तिवारी, संजय महाकुड, सुजन मन्ना, रूपेश दुबे, कौशिक कुमार, मंटू प्रजापति, दीपक दंडपाठ, बबलू सोरेन, सपन भद्र, शिवा मदलियर, विकास पांडा, सुरेश मुखी, काजल धल, सौमित्र साहू,सस्टी दास, शंकर कालिंदी, संजय रावत, तूफान कालिंदी, भोले कालिन्दी , विजय नमाता जगतू महतो के साथ सेकडों महिला एवं पुरुष उपस्थित रहे ।