चाईबासा : गोइलकेरा के माराश्रम में नदी से बालू का अवैध खनन करते चार ट्रैक्टरों को पकड़ा गया है. ये ट्रैक्टर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए कई दिनों से बालू खनन के कार्य में संलिप्त थे. ज्ञात हो की झारखण्ड जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन हरकत में आया और बालू माफियाओं पर कारवाई हुई है.
पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर ट्रैक्टरों को नदी घाट से पकड़ा गया. पकड़े गए ट्रैक्टर सोनुआ के बिरसा खंडाईत, सोमा मुंडा, जयसिंह और जितेन के बताए जा रहे हैं. कार्रवाई के लिए गोइलकेरा पुलिस द्वारा खनन विभाग को सूचना दी गई है.ज्ञात हो कि गुदड़ी में पुलिस-प्रशासन द्वारा सख्ती बरते जाने के बाद भी सोनुआ और गुदड़ी के ट्रैक्टर मालिक गोइलकेरा के माराश्रम, जिलिंगगुटु और रायम में नदी से बालू का लगातार अवैध खनन कर रहे हैं. बालू माफिया दिनदहाड़े जंगल के रास्ते अवैध बालू का खनन और परिवहन करते हैं. विगत दिनों पुलिस ने इसी सूचना के आधार पर ट्रैक्टरों के मालिको को चेताया था कि नदी से बालू का अवैध खनन करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसके बावजूद अवैध खनन धड़ल्ले से जारी था.
ज्ञात हो की एनजीटी ने 15 अक्टूबर तक नदियों से बालू के खनन पर पूरी तरह रोक लगा रखा है. लेकिन खनन विभाग की सुस्ती के कारण गोइलकेरा में बालू का अवैध खनन बंद नहीं हो रहा. कारो और कोयल नदियों से रोजाना 30 से ज्यादा ट्रैक्टर ट्रॉली बालू के अवैध खनन और ढुलाई में लगे रहते हैं. मजे की बात यह है कि इनमें सभी ट्रैक्टर ट्रॉली को कृषि कार्यों का लाइसेंस प्राप्त है. लेकिन कृषि कार्य के बजाय ये बालू उठाव के गोरखधंधे में लगा दिए जाते हैं.