जादूगोड़ा : लगातार दुसरे समाचार माध्यमो की प्रमाणिकता को लेकर छाती पीटने और अपने अलावा सभी पत्रकारों को फर्जी बताने वाले जादूगोड़ा के एक स्थानीय अखबार के संवाद सूत्र मणिशंकर भकत पर भारतीय प्रेस परिषद् ने कारवाई का डंडा चला दिया है. एक भ्रामक और फर्जी रिपोर्टिंग के मामले में परिषद् ने उसपर केस दर्ज कर 14 दिनों के अन्दर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है. जवाब दाखिल नहीं करने की स्थिति में भारतीय प्रेस परिषद् केस को आगे बढ़ाते हुए कारवाई करेगा.
प्राप्त जानकारी के अनुसार दक्षिणी ईचड़ा पंचायत की मुखिया के खिलाफ मणिशंकर भकत ने स्थानीय अखबार में एक खबर का बिना तथ्यों की जांच पड़ताल किये पत्रकारिता के मूल सिद्धांतों को दरकिनार कर प्रकाशन किया था. इसके बाद मुखिया ने इस फर्जी और भ्रामक खबर के प्रकाशन पर संज्ञान लेते हुए उस अखबार के स्थानीय संपादक के पास सभी सही तथ्यों के साथ अपना पक्ष रखते हुए उस फर्जी और तथ्यहीन खबर के आलोक में सही और प्रमाणिक तरीके से अपना पक्ष भी प्रकाशित करने का आग्रह किया था. जिसपर अखबार प्रबंधन ने कोई संज्ञान नहीं लिया जिसके बाद मुखिया भारतीय प्रेस परिषद् की शरण में गयी और न्याय की गुहार लगाई. प्रेस परिषद् को की गयी शिकायत में मुखिया ने लिखा है की असामाजिक तत्वों के प्रभाव में आकर मणिशंकर भकत द्वारा कई बार उन्हें अखबार के नाम पर धमका कर गलत तरीके से काम की मांग की गयी. उनके भयादोहन का प्रयास किया गया. इसके बाद भी जब उसकी नहीं चली तो उसने अखबार में गलत और फर्जी तरीको से भ्रामक समाचारों का प्रकाशन कर उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया. जबकि पंचायत में सभी काम तय मानको के अनुसार पूरी प्रक्रिया का वैध तरीके से पालन करते हुए हो रहे थे. मगर मुखिया को धमका कर उसका भयादोहन करने की मंशा से जान बूझकर उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया. जिसको लेकर पंचायत के लोगों के बीच भी भारी नाराजगी है.
बरहाल परिषद् ने केस नंबर -394 / 2023-ए/ पी सी आई दिनांक – 23 /06/ 2023 दर्ज कर आगे की कारवाई शुरू कर दी है. और इसी के साथ लगतार दूसरों की भूमिका पर प्रश्नचिन्ह लगाने वाले मणिशंकर भकत अब खुद उसी आरोप में कारवाई के घेरे में हैं .