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प्रेस क्लब ऑफ जमशेदपुर की ओर से प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित, प्रतिभाशाली बच्चों को एसएसपी समेत गणमान्य लोगों ने किया सम्मानित

जमशेदपुर : सोमवार को रूसी मोदी सेंटर फॉर एक्सीलेंस में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें बोर्ड परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले शहर के विभिन्न मीडिया संस्थानों में कार्य करने वाले पत्रकारों के बच्चों को सम्मानित किया गया.

इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद वरीय पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने समारोह में उपस्थित लोगों को  संबोधित करते हुए कहा कि प्रतिभा उम्र  की मोहताज नहीं होती है. वह जरूरी नहीं है कि किसी प्राइवेट स्कूल में मोटी फीस देकर ही सफलता हासिल की जा सकती है. उन्होंने स्वयं अपना उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई सरकारी स्कूल व कॉलेज से की. इस दौरान कुल शुल्क मात्र 365 खर्च हुए. इस उदाहरण के जरिये उन्होंने मीडिया कर्मियों के बच्चों को कहा कि उन्होंने शानदार सफलता हासिल की है, लेकिन इस सफलता से साथ ही उनकी चुनौतियां भी बढ़ गयी है. इस सफलता को आगे भी मेंटेन करने की आवश्यकता है. इस दौरान एसएसपी प्रभात कुमार ने कहा कि आज के दौर में बच्चों के लिए सबसे अधिक आवश्यकता है कि वे अपना फोकस्ड चेंज नहीं करें. कारण है कि आज सोशल मीडिया के दौर में अगर बच्चों के साथ-साथ बड़ों का अगर सबसे अधिक समय की बर्बादी कहीं हो रही है तो वह है सोशल मीडिया. आज हालत यह है कि नेशनल टाइमपास फोन का स्क्रॉल हो गया है. उन्होंने खास तौर पर अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि वे बच्चों पर अपनी अपेक्षा नहीं थोपें. बल्कि उनके मजबूत व कमजोर पक्ष को  ध्यान में रखते हुए बच्चे को ही अपने करियर का चयन करने की आजादी मिलनी चाहिए. एक उदाहरण के जरिये बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर सचिन तेंदुलकर के माता-पिता जबरन उन्हें इंजीनियरिंग या लता मंगेश्कर की माता-पिता उन्हें जबरन डॉक्टर बनाते तो ये दोनों शख्सियत उतने सफल नहीं होते जितना पूरी दुनिया इनकी काबिलियत पर नाज करती है. मौके पर श्री कुमार ने अभिभावकों को कहा कि अभिभावक अपनी जिम्मेदारियों को आउटसोर्स कर रहे हैं. बच्चे को कोचिंग व ट्यूशन भेज कर वे अपने कर्तव्य की इतिश्री समझ ले रहे हैं. इस पर रोक लगाने पर बल दिया. कहा कि प्रत्येक दिन बच्चे के साथ कम से कम एक घंटे जरूर दें. इसका काफी फर्क बच्चे के व्यक्तित्व पर पड़ेगा. इस दौरान बच्चों को टिप्स देते हुए उन्होंने कहा कि दसवीं के बाद छह साल जबकि बारहवीं के बाद चार साल की तपस्या उन्हें इस लायक जरूर बना देगी कि वे सम्मान के साथ पूरी जिंदगी गुजार सकेंगे. इससे पूर्व पत्रकार संदीप सावर्ण ने उद्घाटन भाषण दिया. मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में टाटा स्टील कॉरपोरेट सर्विसेज की रुणा राजीव कुमार, श्रीलेदर्स के प्रमुख व समाजसेवी शेखर डे, आरएसबी की एचआर प्रमुख जया सिंह, लोयोला स्कूल के प्रिंसिपल फादर विनोद फर्नांडिस, लोयोला स्कूल के एडमिनिस्ट्रेटर फादर जेराल्ड डिसूजा, डीएवी पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल प्रज्ञा सिंह, प्रभात खबर के संपादक संजय मिश्र, दैनिक भास्कर के संपादक संजय पांडेय, हिंदुस्तान के संपादक गणेश मेहता, उदितवाणी के संपादक उदित अग्रवाल, चमकता आईना के संपादक  जय प्रकाश राय, न्यू इस्पात मेल के संपादक ब्रजभूषण राय उपस्थित थे.

समाजसेवी शेखर डे ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों को देश के महापुरुषों की जीवनी से सीखने की आवश्यकता है. किताबी ज्ञान के साथ ही इस प्रकार की शिक्षा पर भी बल दिया जिससे मानव कल्याण हो सके

लोयोला स्कूल के प्रिंसिपल फादर विनोद फर्नांडिस ने कहा कि छात्र जीवन में मार्क्स जरूरी है, लेकिन वह उतना भी जरूरी नहीं कि बच्चे ज्यादा मार्क्स हासिल करने के चक्कर में दूसरा सब कुछ भूल जाये. उन्होंने तेजी से बदलती दुनिया में किस प्रकार तेजी से बदलाव हो रहा है, उस परिवर्तन के लिए खुद को तैयार रखने का आह्वान किया. वहीं फादर जेराल्ड ने सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता से जुड़ी बातें कही.

मौके पर मौजूद रुणा राजीव कुमार ने कहा कि कभी भी हर बच्चे यूनिक होते हैं. ईश्वर ने हर किसी को खास बनाया है. उन्होंने कहा कि कभी किसी भी दूसरे से तुलना नहीं करें.

डीएवी पब्लिक स्कूल बिष्टुपुर स्कूल की प्रिंसिपल प्रज्ञा सिंह ने कहा कि हर किसी के जीवन में टीचर का रोल काफी महत्वपूर्ण होता है. उन्होंने बच्चों को इस देश का सबसे बड़ा धरोहर करार दिया. कहा कि आज के दौर में हैंड होल्डिंग की जरूरत है, अगर बच्चे को सही दिशा दिखा दी जाये, तो वे काफी कुछ अच्छा कर सकते हैं. कठिन वक्त में माहौल के अनुसार एक्ट करने के मामले में उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से सीखने का आह्वान किया.

आरएसबी के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद जया सिंह ने कहा कि आज बच्चों के सामने अवसर की कोई कमी नहीं है. पूर्व में कुछ सेक्टर के बारे में ही लोगों को जानकारी होती थी. उन्होंने अभिभावकों से बच्चों के करियर के चयन में उन्हें स्वतंत्रता देने की बात कही. साथ ही कहा कि बच्चे विदेश में भी पढ़ें, लेकिन वापस अपने देश में आकर सेवा दें. बुजुर्गों को सम्मान देने का भी आह्वान किया.

इन्हें मिला सम्मान

नवल सिंह, स्वास्ति पांडेय, इमरान वकील, धैर्य ठाकुर, रितिका पॉल, उन्नति राय, अंकित भारद्वाज, अभय चौधरी, अभिषेक कुमार भट्ट, अदिति कुमारी, डॉ शिवम कुमार, पुष्पम प्रिया, प्रियदर्शी, अमित भूषण, जीवेश कुशल, डॉ अपराजिता कुमारी, नियति पांडेय, फैजान शरीफ, आर्यन राज सिंह,

कार्यक्रम के सफल आयोजन में प्रेस क्लब ऑफ जमशेदपुर के अध्यक्ष प्रशांत सिंह, महासचिव अंतरा बोस, वरिष्ठ पत्रकार राघवेंद्र शर्मा, आनंद कुमार, राजेश कुमार, मो. अकबर, मो. अमजद खान, बिजेंद्र, भोला प्रसाद, ब्रजेश सिंह, मनोज सिंह, अन्नी अमृता, अरिंदम मजूमदार, कुमुद जेनामनी, सत्येंद्र कुमार समेत कई अन्य पत्रकार उपस्थित थे. मंच संचालन  अंतरा बोस , स्वागत भाषण संदीप सवार्ण और धन्यवाद ज्ञापन महासचिव अंजनी पांडेय ने किया.

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