Chaibasa :- सोमवार को “कोल्हान के आदिवासियों की गाढ़ी कमाई को चुना लगा रहा है अवैध लॉटरी मास्टरमाइंड, पुलिस की गिरफ्त से अब भी बाहर” खबर jharkhand jagran पर प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद चाईबासा की पुलिस हरकत में आई. मंगलवार को पुलिस की टीम ने चाईबासा के कई जगहों पर छापेमारी की. लेकिन अवैध लॉटरी के धंधे में लिप्त एक भी व्यक्ति को पुलिस पकड़ नही सकी. जबकि मंगलवार को भी अवैध लॉटरी का खेल पूर्व के दिनों के भांति ही चला.
खबर के प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर के दिशा निर्देश पर आज सदर एवं मुफ्फसिल थाना क्षेत्र अंतर्गत बड़ी बाजार, मेरी टोला, स्टेशन कॉलोनी आदि स्थानों से होते हुए कई अन्य जगहों पर अवैध लॉटरी के खिलाफ छापेमारी की है. लेकिन पुलिस टीम को कोई दिखाई दिया. हालांकि सिकंदर यादव अपने काले पैसों के बदौलत थाना के कई कर्मियों को भी अपने साथ मिला कर रखा है. जिसके कारण उसके खिलाफ होने वाली पुलिस की सारी गतिविधियों की जानकारी उसे पहले ही हो जाती है. यही कारण है कि सिकंदर यादव पुलिस की गिरफ्त से बाहर है और मजे से अपने काले धंधों को बखूबी अंजाम दे रहा है.
बता दें कि अवैध लॉटरी का खेल को लेकर jharkhand jagran की टीम लगातार खबर प्रकाशित कर रही है. जिसके बाद से मास्टरमाइंड सिकंदर यादव काफी चालाकी के साथ इस कारोबार को अपने गुर्गों के द्वारा चाईबासा शहर एवं आसपास के क्षेत्रों में संचालित करवा रहा है. फिलहाल सिकंदर यादव खुद सामने नही आकर अपने स्टॉफ आशीष यादव ऊर्फ गोलू के द्वारा लॉटरी का टिकट चाईबासा में लाकर मुनकी शर्मा के सुपुर्द कर रहा है.
आशीष यादव उर्फ गोलू टिकट को लाने के लिए भी महंगी गाड़ियों का इस्तेमाल कर रहा है जिससे पुलिस की नजर से वह आराम से बच जाए और टिकट आसानी से चाईबासा क्षेत्र में पहुंच जाए. जिसके बाद मुनकी शर्मा चाईबासा एवं उसके आस पास के क्षेत्रों में काम करने वाले लड़कों तक टिकट को भेजवाता है. इतना ही नही एक साथ एक सप्ताह और कभी कभी एक एक महीने तक चलने वाले टिकट जो पहले से टिकट पर तारीख प्रिंट रहती है उसे अपने लड़कों तक पहुंचता है. जिससे उनके लड़कों के द्वारा महीनों तक अवैध लॉटरी का काम करते रहते हैं.