जादूगोड़ा : जादूगोड़ा क्षेत्र में बीएसएनएल की भारत फाइबर इंटरनेट सेवा में स्पीड एवं मोबाइल सेवा में सिग्नल की अनुपलब्धता से उपभोक्ता हलकान हो रहे हैं .
शुक्रवार को सुबह से लेकर 2 बजे तक बीएसएनएल के मोबाइल का सिग्नल हैण्डसेट से गायब रहा. जिसके कारण उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. वही हाल बीएसएनएल की प्रीमियम इंटरनेट सेवा भारत फाइबर का है. प्लान चाहे कितना भी महंगा हो स्पीड सभी में एक सामान ही मिलती है. उपभोक्ताओं का कहना है की शुरू में जब ये सेवा लांच की गयी थी तब इसकी स्पीड काफी अच्छी मिलती थी. मगर जैसे ही ग्राहंको की संख्या में इजाफा हुआ स्पीड भी उसी तेजी से घटने लगी. बीएसएनएल के सूत्र बताते हैं की वर्तमान में निजी ऑपरेटरों के माध्यम से ये सेवा ग्राहंको के बीच पहुँच रही है. सारा खेल बैंडविड्थ का है. अब जब ऑपरेटरों को बैंडविड्थ ही नहीं मिलेगी तो आम उपभोक्ताओं को इसका लाभ कैसे मिल पायेगा. शिकायत करने पर उपभोक्ता को टीआइपी ( ऑपरेटर) से संपर्क करने के लिए कह दिया जाता है. फिर शुरू होता है स्पीड टेस्ट करने से लेकर वेबसाइट में ट्राफिक लोड और अंत में डिवाइस में कमी निकालने का खेल. बस शिकायत का निदान हो गया. मामला वहीँ का वहीँ फंसा रह जाता है. यानी पॉकेट पूरी ढीली हो रही है मगर सेवा के नाम पर ऑफिस -ऑफिस का खेल खेला दिया जाता है. वर्तमान में जादूगोड़ा क्षेत्र में और कोई फाइबर के सेवा भी नहीं है जिसके कारण उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं.
उप महाप्रबंधक संजय सिंह से जब इस बारे जानकारी ली गए तो उन्होंने कहा की आप टीआईपी से मिल लीजिये जब उन्हें इन सभी प्रक्रियाओं के बारे में बता दिया गया तो तो कहा की स्पीड टेस्ट का स्क्रीन शोर्ट भेजिएगा देखते हैं क्या कर सकते हैं .
यही हाल मोबाइल सेवा का भी है घर के अन्दर जाते ही नेटवर्क बाहर ही छूट जाता है. फिर जबतक आप ऊंचाई वाले जगह पर नहीं पहुँच जाते भाई साहब नहीं लगेगा की फीलिंग आती रहती है . इसपर भी विभाग के पास कोई माकूल जवाब नहीं है. स्थानीय टेलिफोन एक्सचेंज में एक कैलाश नामक अधिकारी की तैनाती की गयी है. मगर कभी फोन नहीं उठाते जिसके कारण उपभोक्ताओं की परेशानी बढती जा रही है. अब सभी लोगों को नए विकल्प का इंतज़ार है.