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धनबाद : मायुमो ने मनाया शहीद खुदीराम बोस का शहादत दिवस, देश की आज़ादी में उनके बलिदान को किया याद

धनबाद: बुधवार 11 अगस्त को को मार्क्सवादी युवा मोर्चा ने मासस केंद्रीय कार्यालय में शहीद खुदीराम बोस का शहादत दिवस मनाया। इस अवसर पर मार्क्सवादी युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष पवन महतो एवं किसान संग्राम समिति के जिला अध्यक्ष ए एम पाल मुख्य रूप से उपस्थित थे।

बैठक को संबोधित करते हुए मायुमो जिलाध्यक्ष पवन महतो ने कहा कि शहीद खुदीराम बोस बचपन से ही देशभक्ति के विचारों से लेते थे।भारत की आजादी के लिए अंग्रेजों के साथ कड़ा  संघर्ष किया, 1905 में बंगाल विभाजन के फैसले ने खुदीराम बोस को और आकर्षित कर दिया।वह सत्येन बोस के नेतृत्व में देश की आजादी के आंदोलन में कूद पड़े।मदीनापुर मेले में अंग्रेजी सरकार के खिलाफ पर्चे बांटने के क्रम में अंग्रेजी अफसर के द्वारा उनको पकड़ने पर उक्त अफसर को घुसा खाना पड़ा। इसके बाद में खुदीराम बोस पकड़ा गया। जहां जज ने उन्हें 15 कोड़े मारने की सजा सुनाई,  8 अप्रैल 1908 को मुजफ्फरपुर में अंग्रेज अधिकारी किंग्सफोर्ड की बग्घी में बम फेंक कर मारने की कोशिश की, लेकिन एक-दूसरे अंग्रेज अधिकारी की पत्नी और बेटी मारी गई l  इस मामले में अंग्रेजों ने 11 अगस्त 1908 को खुदीराम बोस को फांसी दे दी। जब खुदीराम बोस को फांसी दी गई। उस समय उनकी उम्र महज 18 साल, 8 महीने और 8 दिन था। किसान संग्राम समिति के जिला अध्यक्ष ए एम पाल ने कहा कि आज की युवा  18-19 साल के उम्र में कॉलेजों में दाखिला लेते हैं या प्रतियोगी परीक्षाएं देने में लग जाते हैं। लेकिन देश के इतिहास में एक ऐसा युवा  महज 18 साल की उम्र में हंसते-हंसते देश की आजादी के लिए फांसी पर चढ़ गए। बैठक में मायुमो जिला उपाध्यक्ष संदीप कौशल, विश्वजीत राय, रामलाल दा, बुटन सिंह, रोहित साहू, राहुल दुबे, राहुल रंजन, राजेश दास आदि शामिल थे।

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