बहरागोड़ा प्रखंड के हाथी प्रभावित भादुआ, लुगाहारा तथा लोधनबनी गाँवों का दौरा शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी ने किया. इस दौरान डॉ गोस्वामी को विभिन्न गाँवों के लोगों ने बताया कि सूरज ढलते ही हाथियों का झुंड भोजन की तलाश में गाँवों में पहुँचते हैं. जंगली हाथी घरों के दरबाजा तथा दीवार को पैरों से रौंद कर धान एवं चावल खाने लगते हैं. गांवों में लोगों के बांस बगान को भी हाथी तहस नहस कर देते. ग्रामीणों ने कहा कि गाँवों के अधिकांश लोग अपने जान-माल की रक्षा करने के लिए रात भर जगे रहते हैं. ग्रामीणों ने हाथियों के उपद्रव से बचाने हेतु वन विभाग के अधिकारियों की उदासीनता तथा निष्क्रियता से भी खासे नाराज हैं. डॉ गोस्वामी ने कहा कि विगत कई महीनों से जंगली हाथियों के उपद्रव से चाकुलिया तथा बहरागोड़ा प्रखंडों के 60 से अधिक गाँवों के लोग परेशान हैं. अबतक हाथियों के उत्पात से 8 लोगों की जानें गई. 50 से अधिक घरों को हाथियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया. हाथियों ने धान तथा सब्जियों की खेती को बर्बाद कर दिया. परन्तु वन विभाग हाथियों के उपद्रव से ग्रामीणों को सुरक्षा प्रदान करने में पूरी तरह बिफल है. लगता है राज्य की हेमन्त सरकार बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र के हाथी प्रभावित गाँवों के लोगों को अपने भाग्य भरोसे छोड़ दिया है. वन विभाग हाथियों से बचाव हेतु लोगों को टार्च, पटाखे तथा मशाल भी मुहैया नहीं करा सकी है. डॉ गोस्वामी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी लोगों की कठिनाइयों को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है. डॉ गोस्वामी ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबुलाल मरांडी से भी इस समस्या के स्थायी हल के लिए सरकार पर दबाव डालने हेतु कदम उठाने का आग्रह किया है. इस मौके पर बड़शोल मंडल अध्यक्ष आशीष महापात्रा, राखोहरी मुखी, मानिक दास, बबलु माहली, यादव पात्र, लिटू आईच, रूपेश सिंह ,छत्रधर महतो, गौरांग महतो, कुवेर महतो, शषधर महतो, रुईटु महतो, दुलाल महतो, कारु मुण्डा, सपन मांडि, तुषार माहतो, शंभू महाकुड़, भज महाकुड़ आदि उपस्थित थे.
