जमशेदपुर : नौकरी में प्राथमिकता विस्थापन सहित अन्य मुद्दों को लेकर ग्रामीणों ने यूसिल की तुरामडीह माइंस का मेन गेट जाम किया

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जमशेदपुर : तुरामडीह माइंस में विस्थापितों को नौकरी, मूलभूत सुविधाएँ, एवं बहाली में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता दिए जाने की मांग को लेकर पोड़िहासा पंचायत के ग्रामीणों ने  तुरामडीह माइंस के मुख्य प्रवेश द्वार  को अनिश्चितकाल के लिए  जाम कर दिया . भारी संख्या में हाथ में तख्तियां और बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर की तस्वीर लिए महिला और पुरुष तुरामडीह माइंस गेट पहुंचे और नारेबाजी करते हुए गेट को जाम कर दिया.

ग्रामीणों का आरोप है की पिछले कई दिनों से कम्पनी प्रबंधन को विस्थापितों की  मांगो से अवगत करवा दिया गया था. मगर प्रबंधन ने इसपर कोई ध्यान नहीं दिया जिसके बाद आन्दोलन का कदम उठाना पड़ा. ग्रामीणों का कहना है की इस माइंस के शुरू होने के समय ये आश्वासन दिया गया था की विस्थापितों के हर परिवार को नौकरी दी जायगी मगर अब यूसिल कम्पनी अपने इस वादे से मुकर गयी है.

ग्रामीणों ने मांग की कि कंपनी द्वारा अधिग्रहित भूमि के एवज में प्रत्येक वर्ष रिक्तियां निकाली जाए और शत  प्रतिशत विस्थापितों की बहाली की जाए, विस्थापित कर्मचारियों की सेवानिवृती व मृत्यु होने के उपरांत उनके आश्रितों को नौकरी दी जाए, पीढ़ी दर पीढ़ी नौकरी देने, ठेकेदारी में विस्थापित और प्रभावित परिवार को नौकरी में प्राथमिकता दी जाये. इसके साथ ही खनन प्रभावित क्षेत्र के पांच किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी ग्राम के ग्रामीणों को बिजली, पेयजल, चिकित्सा, शिक्षा सहित अन्य मूलभूत सुविधाएँ प्रदान की जाएँ. गेट पर जमे ग्रामीणों ने कहा की जब तक  उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती उनका आन्दोलन जारी रहेगा.

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