चाईबासा :-2012 बैच के अवर निरीक्षक एवं जगुआर में पदस्थापित शहीद अमित तिवारी के श्राद्ध कर्म में जगुआर के डीआईजी सहित बैच के मित्र भी श्राद्ध कर्म में शामिल हुए और 13 लाख 71 हजार रुपए का आर्थिक मद्त के रूप में शहीद अमित तिवारी के परिजनों को सुपुर्द भी किया , पुलिस कर्मियों की अपने मित्र के प्रति इस दरियादिली से सन: 1975 मे बनी शोले फिल्म का गाना , ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे , तोड़ेंगे डम मगर , तेरा साथ छोड़ेंगे की याद फिर एक बार चरितार्थ हो गया है , दरसल पश्चिम सिंहभूम जिला चाईबासा के जगुआर में अवर निरीक्षक के पद पर पदस्थापित थे और नक्सलियों के साथ लोहा लेते हुए शहीद हो गए और उनके पार्थिव शरीर को पलामू के तोलरा ले जाया गया था और आज इनके श्राद्ध कर्म में झारखण्ड जगुआर के डीआईजी इंद्रजीत महथा और उनके बैच के मित्र तथा काफी संख्या में पुलिस पदाधिकारी, परिजन,मित्रगण और शुभचिंतक भी उपस्थित होकर शहीद अमित तिवारी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर जगुआर झारखण्ड बटालियन के डीआईजी महथा ने श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात उनके परिजनों को ढांढस बंधाया और विभाग के द्वारा की जा रही बातों की जानकारी भी दी वहीं सदर थाना चाईबासा के थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक प्रवीण कुमार ने इस बैच के मित्रगण के साथ परिवार को आश्वस्त किया कि हम सभी आपके पुत्र समान और परिजन हैं और शहीद अमित तिवारी की जगह हम सब आपके साथ हैं। परिजन भी ऐसी मित्रता को देख कर भावविभोर हो गये और सच्ची मित्रता को देखकर उन्हें यह अहसास हो गया कि उनके पुत्र की जगह कई पुत्र सामुहिक रूप से उनके साथ खड़े हैं।
