चाकुलिया : चाकुलिया आंगनवाड़ी कर्मचारी एसोसिएशन के बैनर तले शनिवार को विधायक कार्यालय में विधायक समीर मोहंती को आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाओं ने महिला पर्यवेक्षिका सबिता सिन्हा द्वारा सेविका और सहायिकाओं को चयनमुक्त की धमकी, अभद्र भाषा तथा रुपये गबन करने के संबंध में ज्ञापन सौंपकर करवाई करने की मांग की. इस दौरान लिखित तौर पर कहा गया कि चाकुलिया परियोजना में महिला पर्यवेक्षिका सबिता सिन्हा अपना मनमानी करती है. आपके कथानानुसार सेविका, सहायिका के खाते में आये राशि केंद्र की जरूरत के अनुसार खर्च व्य करना है परंतु महिला पर्यवेक्षिका ने सेविकाओं को गाली गलौज के साथ-साथ डरा धमका कर केंद्र के खाते में आये ‘राशि की वसूली करती है. कहती है कि अगर सेविका राशि की खपत करती है तो आये दिन सेविका को जेल जाना पड़ेगा. पेंटिंग के नाम पर केंद्र के खाते में 5200 रूपये की वसूली की गई है. पुखुरिया और दिघी में तो पेंटिंग भी नहीं कराई है लेकिन राशि का वसूली हो गया है. केंद्र के खाते में 6000 रूपये की राशि वर्तन देने के नाम पर भाउचर में हस्ताक्षर करवा लिया गया है और सापधरा केन्द्र को बर्तन भी उपलब्ध करवा दिया गया है. यानी केंद्र का बर्तन खरीदने का टेंडर भी ले ली है. कुछ साल पहले लात मारने तक की गाली दी गई है. इनके द्वारा ही प्रथम तिमाही का चावल सिर्फ और सिर्फ चाकुलिया परियोजना को नहीं मिला है. जिले के सभी परियोजना को द्वितीय तिमाही का चावल ठीक मिला है. परंतु चाकुलिया परियोजना को पोषण ट्रैक्टर के अनुसार क्यों उपस्थिति के अनुसार क्यों नहीं दिया गया. यह चावल हमलोगों ने खपत किये हैं, भाउचर भी जाम हो गया है. कार्य करने के लिए प्रत्येक विभाग का काम हम सेविकाओं को सौपा जाता है और हम करते भी है. परंतु इनके द्वारा ही जुलाई महीने में एक दिन का मानदेय 167 रुपया काटा गया है. इस संबंध में पूछे जाने पर महिला पर्यवेक्षिका सविता सिन्हा ने कहा कि संबंधित सेविका से मेरा कोई संवाद नहीं हुआ है. यह बिल्कुल मेरे ऊपर झूठा आरोप लगाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जो भी बातचीत हुई है वह सीडीपीओ के द्वारा ही सेविकाओं की बात हुई है. साथ ही उन्होंने कहा कि सभी सेविका पिछले 10 दिन से धरना पर बैठी है तो अभद्र व्यवहार का प्रश्न ही नहीं उठाता है.
