जादूगोड़ा : पूर्वी सिंहभूम सेंट्रल दुर्गा पूजा समिति के वरीय उपाध्यक्ष आशीष गुप्ता एवं ग्रामीण क्षेत्र के उपाध्यक्ष संदीप कुमार ने जादूगोड़ा क्षेत्र की दुर्गा पूजा कमिटियों के पदाधिकारियों के साथ यूसिल बराज विसर्जन घाट का निरिक्षण किया . निरिक्षण के क्रम में घाट की बदहाली देखकर सभी लोग काफी नाराज हुए और युसिल प्रबंधन और जिला प्रशासन से पूजा से पूर्व घाट के मरम्मत और चौडीकरण की मांग की.
जादूगोड़ा मोड़ दुर्गा पूजा कमिटी के कोषाध्यक्ष संजू बारीक ने निरिक्षण के दौरान बताया की यूसिल बराज विसर्जन घाट इन क्षेरों की दुर्गा पूजा कमिटियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है. क्योंकि इस घाट पर जादूगोड़ा थाना क्षेत्र की करीब 12 पूजा कमिटियों की प्रतिमाएं विसर्जित की जाती हैं. ऐसे में यदि समय रहते घाट की मरम्मत नही होगी तो विसर्जन के समय काफी विकट परिस्थिति उत्पन्न हो सकती है.
गाँधी मार्केट दुर्गा पूजा कमिटी के कार्यकारिणी सदस्य एवं सेंट्रल दुर्गा पूजा समिति के ग्रामीण उपाध्यक्ष संदीप कुमार ने कहा की हर वर्ष यूसिल कम्पनी से घाट का निर्माण करने के लिए कहा जाता है. यदि कम्पनी चाहे तो स्वतः संज्ञान लेकर भी इस कार्य को कर सकती है मगर ऐसा नहीं होता है जो कम्पनी की घोर उदासीनता को परिलक्षित करता है. वर्तमान में नदी में जलकुम्भियाँ भरी पड़ी है . घाट के किनारे लटक रहे बिजली के तार हर साल प्रतिमाओं में उलझ जाते हैं जिससे बड़ी दुर्घटना की सम्भावना बनी रही है. इन समस्याओं का तत्काल कम्पनी को समाधान करना चाहिए. इसके अलावा घाट पर दोनों ओर से रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए.
शिव शक्ति संघ के संस्थापक सदस्य गजानंद खेमका घाट की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा की जादूगोड़ा थाना क्षेत्र की 12 पूजा कमिटियों का विसर्जन ऐसे घाट में नहीं हो सकता है इसके लिए घाट को चौड़ा करके जुट की बोरियों की अस्थाई सीढ़ी बना कर नीचे उतरने की व्यवस्था करनी होगी साथ ही घाट के दोनों तरफ की जलकुम्भी को दूर तक साफ़ करवाना पड़ेगा तभी इस समस्या का समाधान हो पायेगा. अन्यथा मूर्ति विसर्जन में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा.
सेंट्रल दुर्गा पूजा समिति के वरीय उपाध्यक्ष आशीष गुप्ता ने यूसिल के उप -महाप्रबंधक ( कार्मिक / प्रशासन ) राकेश कुमार से बात कर उन्हें इस समस्या से अवगत करवाते हुए पूजा कमिटियों की मांग के अनुसार घाट मरम्मतिकरण करवाने और उसे विसर्जन के लिए पूजा से पूर्व तैयार करवाने का आग्रह किया. उन्होंने उप महाप्रबंधक से कहा की नदी के दोनों तरफ करीब 40 -40 फीट की लम्बाई और चौड़ाई तक यदि जलकुम्भी साफ़ करवा दिया जाये और घाट को जेसीबी लगा कर चौड़ा कर थोडा गहरा कर दिया जाये तो प्रतिमा विसर्जन कुछ हद तक सुगम हो जायगा . साथ ही घाट में उतरने के लिए प्लास्टिक बोरा की बजाये रेत भरे जूट के बोरों की सीढ़ी व्यवस्था, प्रकाश की व्यस्व्स्था की मांग भी उन्होंने रखी. उपमहाप्रबंधक राकेश कुमार ने उपाध्यक्ष को आश्वस्त किया की दुर्गा पूजा के पहले सभी समस्याओं का समाधान कर दिया जायगा. वो स्वयं अपने स्तर से पूरी व्यवस्था की मानीटरिंग करेंगे. इस बार पूजा कमिटियों को विसर्जन में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी.