रांची: आज ऑल इंडिया स्मॉल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वैलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव प्रीतम सिंह भाटिया का प्रयास एक बार फिर रंग लाया है.
श्री भाटिया ने कोई यह पहली बार नहीं किया बल्कि दर्जनों बार पत्रकारहित में उनके प्रयासों से राज्य में पत्रकारों को न्याय मिला है.
आज श्री भाटिया के प्रयास से ही शून्यकाल में सत्ता पक्ष के खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने ऐसोसिएशन की उसी भाषा में मांग उठाई है जिस भाषा को राष्ट्रीय महासचिव ने राज्य भर में विधायकों के व्हाट्सएप पर विभिन्न जिलों से पत्रकारों द्वारा वायरल करवाया था.श्री भाटिया ने गत मंगलवार को एक मैसेज इरफान अंसारी,राजेश कच्छप,बिनोद सिंह, विकास मुंडा,राज सिन्हा,मंगल कालिंदी सहित कई विधायकों को भेजा था.
यह मैसेज बिल्कुल ही उस संसदीय भाषा में तैयार था जिस भाषा में एक विधायक द्वारा किसी मांग को विधानसभा में उठाया जाता है.बस इस मांग को शून्यकाल में उठाने का काम करना था जिसे खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने विधानसभा अध्यक्ष रविन्द्र महतो के समक्ष पेश किया.
पत्रकार साथियों की सबसे पुरानी और मूलभूत ये मांगें थी कि राज्य में पत्रकारों पर पिछले कुछ वर्षों से न सिर्फ फर्जी मामले दर्ज किए जा रहे हैं बल्कि खबर लिखने पर हमले भी हुए हैं.इसके अलावा श्री कच्छप ने बजट सत्र के दौरान विधानसभा में कहा है कि पत्रकार समाज का आईना है और कुछ पत्रकारों को छोड़ दिया जाए तो अधिकांश पत्रकार खबर लिखने में अपने जान तक की भी परवाह नहीं करते इसलिए राज्य में पत्रकार सुरक्षा कानून,नि:शुल्क बीमा,पेंशन,एक्रीडेशन पत्रकार आयोग का गठन और पीएम आवास योजना में पत्रकारों को प्राथमिकता दी जाए.
यह मैसेज ऐसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव ने गत् मंगलवार को दर्जनों विधायकों को भेजते हुए राज्य के विभिन्न जिलों के ऐसोसिएशन से जुड़े पत्रकारों को भी भेजा था.इसके बाद राष्ट्रीय महासचिव के अलावा ऐसोसिएशन के प्रदेश सह प्रभारी शंकर गुप्ता,प्रदेश अध्यक्ष शैलेंद्र जायसवाल बंटी,कार्यकारी अध्यक्ष सियाराम शरण सिंह,महासचिव प्रविंद पांडेय,राज्य सदस्यता प्रभारी नागेंद्र कुमार सहित अन्य पदाधिकारियों ने भी इस अभियान को आगे बढ़ाया.बस फिर क्या था मंगलवार से शुरू हुए इस अभियान का असर हुआ और विधायकों के मोबाइल पर दनादन मैसेज आने लगे.फिर आज गुरूवार को इसका असर भी दिखा जब सत्ता पक्ष के विधायक ने अपनी ही सरकार से पत्रकारों के हित में इस महत्वपूर्ण मांग को सदन के पटल पर रख दिया.वह मांग निम्नलिखित है जो विभिन्न जिलों के पत्रकारों ने अपने-अपने जिलों से स्थानीय विधायकों को मंगलवार से ही व्हाट्सएप पर भेजकर फोन करना भी शुरू कर दिया था.
शून्यकाल की सूचना
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राज्य में पिछले कुछ वर्षों से पत्रकारों पर न सिर्फ फर्जी मामले दर्ज किए जा रहे हैं बल्कि आए दिन समाचार संकलन करने पर हमले भी हुए हैं.पत्रकार समाज का आईना है जो सच्चाई को दिखाने के लिए अपनी जान की भी परवाह नहीं करते इसलिए उनकी सुरक्षा,स्वतंत्रता और संवर्धन भी राज्य सरकार की जिम्मेदारी है. अत: मैं आसन के माध्यम से राज्य में पत्रकार सुरक्षा कानून,पत्रकार आयोग का गठन,नि:शुल्क बीमा,पेंशन,एक्रीडेशन और प्रधानमंत्री आवास योजना में प्राथमिकता की मांग सरकार से करता हूं.
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ऐसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव प्रीतम सिंह भाटिया सहित कई पत्रकार साथियों और ऐसोसिएशन के पदाधिकारियों ने ट्विटर पर राजेश कच्छप का आभार व्यक्त करते हुए उनके उस वीडियो को लाईक,शेयर और कमेंट किया है जिसमें श्री कच्छप विधानसभा में पत्रकारों की पीड़ा उठाते दिख रहे हैं.
राष्ट्रीय महासचिव ने राजेश कच्छप सहित ऐसोसिएशन से जुड़े सभी पत्रकार साथियों को इस प्रयास और अभियान के लिए आभार व्यक्त किया है.
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि ऐसोसिएशन ने पत्रकारों के हित में अनूठा प्रयास किया है बल्कि ऐसे-ऐसे दर्जनों प्रयास राज्य में AISMJWA द्वारा बीते 15 वर्षों से जारी हैं.