Search
Close this search box.
Search
Close this search box.

राज्य/शहर चुनें

99 वर्ष पुराना गौरवशाली इतिहास है चाकुलिया पुराना बाज़ार की दुर्गा पूजा का , 1923 में बांग्ला जात्रा करने गए थे कोकपाड़ा की दुर्गा पूजा में, वहां नहीं मिला मंचन का मौका तो 1924 से शुरू कर दी चाकुलिया में ही दुर्गा पूजा

चाकुलिया : शारदीय नवरात्र आरम्भ होने में कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. इसी के साथ दुर्गा पूजा कमिटियाँ अपने -अपने स्तर से दुर्गा पूजा की तैयारियों में भी जोर शोर से जुटी हुई हैं . इन्ही सब के बीच झारखण्ड जागरण संवाददाता ने चाकुलिया क्षेत्र के सबसे पुराने दुर्गा पूजा समिति के लोगों से बात की और उनके गौरवशाली इतिहास को सामने लाया.

पूजा समिति के लोगों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया की बात उन दिनों की है जब देश में ब्रिटिश राज था.1924 के पूर्व तक चाकुलिया में दुर्गा पूजा नहीं होती थी. तब यहां के लोग धालभूमगढ़ के कोकपाड़ा में श्यामल परिवार के यहां दुर्गा पूजा देखने और बांग्ला जात्र करने बैलगाड़ी से जाया करते थे. उस वक़्त श्यामल परिवार की दुर्गा पूजा काफी भव्य और चर्चित हुआ करती थी . वर्ष 1923 में भी चाकुलिया के स्थानीय कलाकार बांग्ला जात्रा  का मंचन करने कोकपाड़ा गए थे. परंतु वहां उन्हें बांग्ला यात्रा मंचन करने का मौका नहीं दिया गया. इससे आक्रोशित लोगों ने 1924 में पुराना बाजार में प्रतिमा बैठा कर दुर्गा पूजा शुरू की. स्थानीय बुजुर्गों के मुताबिक 1924 में सुरेंद्र राय, प्रहलाद घोष विजय वल्लभ दत्त, शिबू रंजन खां समेत अन्य लोगों ने पुराना बाजार में फूस की झोपड़ी बनाकर मां दुर्गा की पूजा शुरू की थी. धीरे धीरे लोग जुड़ते गए और बृहद रूप से मां दुर्गा की पूजा आयोजित होने लगी. कालांतर में यही पूजा पुराना बाज़ार सार्वजनीन दुर्गा पूजा कमेटी के नाम से जानी जाने लगी.

इस कमेटी द्वारा 1940 से दशमी के दिन आयोजित होने वाला महाप्रसाद ग्रामीण इलाके में विख्यात है. इस वर्ष समिति 99 वें वर्ष पूजा आयोजित कर रही है. अब तो मां दुर्गा का विशाल मंडप बन गया है और भव्य पंडाल आयोजित कर हर साल मां दुर्गा की पूजा की जाती है. समिति के अध्यक्ष शंभूनाथ मल्लिक ने बताया कि 1940 में दशमी के दिन महाप्रसाद वितरण शुरू हुआ. तब जगदीश प्रसाद रुंगटा, बनारसी लाल झुनझुनवाला, बाबूलाल केडिया समेत अन्य समाजसेवियों ने महाप्रसाद की शुरुआत की. महाप्रसाद के रूप में जन सहयोग से खिचड़ी बनती है और हजारों लोग सड़क पर बैठकर महा प्रसाद ग्रहण करते हैं. सार्वजनिन दुर्गा पूजा कमेटी में शंभूनाथ मल्लिक अध्यक्ष, पतित पावन दास उपाध्यक्ष, अरिंदम दे (टुंपा) सचिव, मनोज अग्रवाल और श्रीधर मल्लिक कोषाध्यक्ष हैं. इनके अलावा कमेटी में अनेक सदस्य हैं. इस वर्ष धूमधाम से दुर्गा पूजा आयोजित की जा रही है. कमेटी के अध्यक्ष शंभूनाथ मल्लिक ने बताया कि दुर्गा मंडप के सामने 5 लाख की लागत से भव्य पंडाल का निर्माण करने में पश्चिम बंगाल स्थित कांथी के कारीगर जुटे हुए हैं. उन्होंने बताया कि 60 फीट चौड़ा और 55 फीट लंबा पंडाल बन रहा है. साथ ही सुप्रसिद्ध चंदननगर से आकर्षक विद्युत सज्जा की जाएगी. पूजा के आयोजन में लगभग 13 लाख रुपए खर्च होते हैं. उन्होंने बताया कि पूजा के दौरान विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. यहां पूजा करने के लिए हजारों पुरुष और महिलाओं की भीड़ उमड़ती है.

Share this post:

खबरें और भी हैं...

लाइव क्रिकट स्कोर

कोरोना अपडेट

राशिफल

error: Content is protected !!