जमशेदपुर : फिलिपींस के न्यू क्लार्क सिटी स्थित एथलेटिक स्टेडियम में आयोजित पांच दिवसीय 22 वें मास्टर एथलेटिक चैंपियनशिप के रंगारंग समापन के उपरांत, शानदार उपलब्धियां के साथ मास्टर एथलेटिक एसोसिएशन ऑफ़ झारखंड के सचिव एस के तोमर के नेतृत्व में सात सदस्यों की टीम का आगमन के उपरांत समारोह के दौरान माननीय केंद्रीय जनजातिया कार्य मंत्री ( भारत सरकार )अर्जुन मुंडा और उनकी धर्मपत्नी मीरा मुंडा ने जमशेदपुर के टेल्को स्थित अपने घोड़ा बांधा आवास पर पदक विजेता खिलाड़ियों को उनके शानदार उपलब्धियां के लिएं बधाई देते हुए सम्मानित किया।
उन्होंने कहा बढ़ती उम्र को परवाह न करते हुए हमारे इन खिलाड़ियों ने न केवल शहर का बल्कि राज्य और देश का नाम भी रोशन किया है हमारी नई पीढ़ी को इसे शिक्षा लेनी चाहिए इन उपलब्धियां के लिए उन्होंने विजय खिलाड़ियों को और मास्टर एथलेटिक एसोसिएशन आफ झारखंड के पदाधिकारी को बधाई एवं अपनी शुभकामना दिया है। मौके पर काफी संख्या में जमशेदपुर निवासी और खेल प्रेमियों ने अपनी मौजूदगी दर्ज करते हुए पदक विजेता खिलाड़ियों का जोरदार अभिनंदन किया। विदित हो भारतीय मास्टर्स एथलेटिक टीम के मुख्य चार मास्टर्स एथलीट खिलाड़ी जो जमशेदपुर के निवासी हैं । जिन्होंने 22 वें एशियाई मास्टर चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए देश के लिए पदक जीते देश के लिए पदक जीता जिनमें मुख्य रूप से जमशेदपुर के टेल्को घोड़ाबांधा निवासी पूर्व अंतरराष्ट्रीय मास्टर एथलीट 50 प्लस आयु वर्ग में एस के तोमर जिन्होंने गोला फेंक की स्पर्धा में रजत पदक, हैमर थ्रो की प्रतियोगिता में नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए स्वर्ण पदक और डिस्कस थ्रो की स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता । जमशेदपुर के ही पूर्व अंतरराष्ट्रीय साइकिलिस्ट एवं मास्टर एथलीट अवतार सिंह ने 70 प्लस आयु वर्ग में भाग लेते हुए भाला फेंक की स्पर्धा में कांस्य पदक और 4 x 100 मीटर रिले दौड़ में कांस्य पदक जीता। जमशेदपुर निवासी राजेंद्र विद्यालय की खेल शिक्षिका ललिता राव ने महिला एथलीट के रूप में भाग लेते हुए 4 x 100 मीटर रिले दौड़ में भाग लेते हुए रजत पदक जीता। 70 प्लस आयु वर्ग में भाग लेते हुए टीम के मास्टर एथलीट अचिंतो प्रमाणिक ने 10 किलोमीटर रोड रेस में रजत पदक और 4 x 400 मीटर रिले दौड़ में स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब रहे।इस प्रकार टीम ने तीन(03) स्वर्णय पदक, दो(02) रजत पदक,दो (02) कांस्य पदक कुल मिलाकर नौ(08) पदक जीतने में कामयाब रहे।