जादूगोड़ा : लोक आस्था , पवित्रता और संयम का महापर्व छठ जादूगोड़ा और इसके आस -पास के क्षेत्रों में काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस मौके पर अपने -अपने सिरों पर प्रसाद का दोउरा रखकर पारंपरिक लोकगीतों के बीच छठ व्रतियों की टोली अपने -अपने परिवारों के साथ छठ घाटों पर पहुंची और कमर तक जल में खड़े रहकर अस्ताचलगामी सूर्य को जल और दूध का अर्ध्य अर्पित कर अपने -अपने परिवार की खुशहाली की कामना की. कुछ लोग बैंड बाजा के साथ थिरकते हुए तो कुछ लोग अपनी मन्नत पूर्ण होने की ख़ुशी में जमीन में लोटकर भी छठ घाटों की ओर जाते दिखे.
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी शिव मंदिर छठ घाट में शिव शक्ति संघ की और से भगवान सूर्य की प्रतिमा स्थापित करके पूजन किया गया. साथ ही छठ व्रतियों के लिए नि:शुल्क चाय एवं फर्स्ट ऐड की व्यवस्था की गयी थी. आपात स्थिति से निपटने के लिए सीआइएसएफ का अग्निशमन दस्ता दमकल के साथ तैनात था. श्रद्धालुओं ने बताया की इस बार छठ घाट में काफी अच्छी व्यवस्था देखने को मिल रही है. घाट का लगभग पक्कीकरण हो चूका है और साथ ही नवनिर्मित शौचालय और चेंजिंग रूम के कारण छठ व्रतियों खासकर महिलाओं को काफी आराम हो गया है. ज्ञात हो की दक्षिणी ईचड़ा पंचायत के मुखिया कोष की 14वें वित्त आयोग की राशी से ये सभी निर्माण कार्य हुए हैं. इसके लिए पंचायत की मुखिया मंजरी बांद्रा ने काफी प्रयास किया और फिर इस कार्य योजना को मूर्त रूप दिया गया. मौके पर उपस्थित मुखिया ने सभी श्रद्धालुओं को विश्वास दिलाया की निकट भविष्य में इस घाट को और बेहतर और सुविधाजनक बनाने के प्रयास किये जाएंगे. इसके लिए योजना बन चुकी है बस इसपर कार्य होना बाकी है.
इस मौके पर यूसिल के उप-महाप्रबंधक राकेश कुमार भी छठ घाट पर उपस्थित हुए और छठ घाट कमिटी के सदस्यों के साथ व्यवस्था की समीक्षा की. साथ ही उन्होंने सभी लोगों को आश्वस्त किया की अगले वर्ष कम्पनी की तरफ से और भी बेहतर सहयोग दिया जायगा.
ईंटा भट्ठा घाट एवं ईचड़ा छठ घाट पर भी काफी अच्छी व्यवस्था देखने को मिली. अब सोमवार को सुबह उदीयमान सूर्य को अर्ध्य देने के साथ ही पर्व का समापन हो जायगा.