चाकुलिया : चाकुलिया स्थित टाउन हॉल परिसर में रविवार को शिक्षक सम्मान समारोह “गुरु श्रेष्ठ” कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का आयोजन नेताजी वेलफेयर सोसाइटी के संरक्षक विधायक समीर मोहंती ने किया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड शिक्षा परियोजना की निदेशक किरण कुमारी पासी और विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला शिक्षा पदाधिकारी निर्मला बरेलिया, जिला शिक्षा अधीक्षक निशु कुमारी, प्रखंड प्रमुख धनंजय करुणामय, बीस सूत्री अध्यक्ष साहेब राम मांडी, बहरागोड़ा बीडीओ केशव भारती, चाकुलिया सीओ उपेन्द्र कुमार शामिल थे. इस दौरान विधायक ने मुख्य अतिथि को फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया. अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम को शुभारंभ किया. इसके उपरांत स्कूली छात्राओं द्वारा स्वागत गीत में नृत्य कर लोगों का मन मोह लिया. इस अवसर पर बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र से एक श्रेष्ठ गुरु और 12 परम गुरु को सम्मानित किया गया. इस दौरान श्रेष्ठ गुरु के रूप में यूएमएस खेजुरिया के शिक्षक शिव शंकर पोलाई को मुख्य अतिथि के हाथों गाउन पहनाकर, प्रशस्ति पत्र ट्रॉफी और नगद 25,000 रुपए देकर सम्मानित किया गया. वहीं परम गुरु के रूप में सुनील कुमार बेरा, साधु चरण मंगराज, धीरेंद्र नाथ बास्के, सजल कांत बनर्जी, भूदेव शंकर नायक, संजीव कुमार घोष, प्रद्युत डे, लोकेश नाथ साधु, अजीत कुमार पाल, शिव शंकर देहूरी, सुकेश मुखर्जी और पार्थो सारथी कुईला को प्रशस्ति पत्र, ट्रॉफी और नगद 5000 रुपए देकर सम्मानित किया गया. इसके अलावा वर्ष 2022 में बहरागोड़ा विधानसभा के सरकारी स्कूलों से सेवा निवृत्त हुए 18 शिक्षको को भी सम्मानित किया गया. साथ ही निर्णायक मंडली के रूप में आर्यभट्ट गोष्टी के पांच, सर्वपल्ली राधाकृष्णन गोष्टी के पांच और द्रोणाचार्य गोष्टी में शामिल पांच शिक्षकों को सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक समीर मोहंती ने कहा की गुरु श्रेष्ठ का दो अर्थ होता है. यह वही गुरु है जो विद्याथियो के अंदर ऊर्जा भरने का काम करता है. गुरु में वह ताकत है जो विद्यार्थी को अच्छे से अच्छे इंसान बनाने का काम करता है. गुरु इंजिनियर नही होता है लेकिन वह गुरु विद्यार्थी को इंजिनियर बना सकता है. शिक्षा का इतना महत्त्व है की विद्यार्थी को बड़े बड़े पदाधिकारी बनाने में एक शिक्षक का अहम योगदान रहता है. उन्होंने कहा की शिक्षक समाज को कहा की वह सम्मान मिले जिसके वह हकदार हैं ताकि वह आगे चलकर भी बेहतर से बेहतर परिणाम मिले. शिक्षक समाज में वह ताकत है जो देश को आगे बढ़ा सकता है.
सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड शिक्षा परियोजना के निदेशक किरण कुमारी पासी ने कहा की चाकुलिया में जिस तरह से शिक्षा व्यवस्था के ऊपर बहुत अच्छी सोच के साथ ऐसा कार्यक्रम आयोजित किया है. शिक्षा व्यवस्था का जो रीढ़ होती है आज उसे समानित किया गया इससे बड़ा कोई अनुष्ठान नही है. विद्यार्थियो को संवारने की जिम्मेदारी एक शिक्षक पर होता है. जिस जगह पे शिक्षक का सम्मान होता है वहा से बड़े बड़े विद्वान निकलते है. शिधक अगर सोच ले ये मेरा काम नही है सेवा है और हमे करना है तो स्कूल के विद्यार्थी जरूर आगे बढ़ेंगे. शिक्षा ही वह जरिया है विद्यार्थी अपनी कुरीतियों को दूर कर सकते है. ज्योति और प्रकाश के अंधकार से विद्यार्थी को आगे बढ़ाते है. उन्होंने कहा की चाकुलिया से सीखकर यह कार्यक्रम पूरे झारखंड के हर जगह हो जिससे सभी शिक्षकों को सम्मान मिल सके. उन्होंने कहा की शिक्षकों से कहा कि आपका कक्षा में आज जो छात्र है वही झारखंड के भविष्य है. इसलिए उसे संवारने की आवश्यकता है.
इस मौके पर गौतम दास, बलराम महतो, राजा बारिक, मनीन्द नाथ पालित, पशुपति वाशुरी, बलराम महतो, शिवचरण हांसदा, पुलक महापात्र, बुबाई दास, राहुल महतो, प्रणव बेरा, विशाल बारिक, राहुल महतो, मो गुलाब, मौसमी मल्लिक, सांवना मांडी, सहदेव गोप आदि उपस्थित थे.