चाईबासा – झारखण्ड के नए मुख्य सचिव अविनाश कुमार ने अपने पदभार ग्रहण करते ही राज्य के सभी जिला अधिकारी एवं पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक कर बालू व कोयला के अवैध खनन एवं परिवहन पर रोक लगाने का कड़ा फरमान जारी किया था, लेकिन, चाईबासा जिले मे मुख्य सचिव के द्वारा कडे फरमान का कोई असर नहीं दिखाई पड़ रहा है, बालू माफिया संगठित गिरोह बनाकर नदियों से बालू खनन कर प्रतिदिन लाखों रूपये अवैध रूप से कमाई करने मे जुटे हुए हैँ, मिली जानकारी के अनुसार इनदिनों कोकचो थाना क्षेत्र के इलिगाड़ा बालू घाट एवं तांतनगर ओपी क्षेत्र मे पड़ने वाले संगम घाट मे दिन-रात बालू का अवैध खनन जारी है, जहाँ दोनों बालू घाटों मे रोजाना 500 ट्रेक्टर से अधिक बालू की ढूलाई किया जाने लगा है !
मोटी रकम लेकर गांव के असामाजिक तत्व बाँट रहे हैँ अवैध खनन पट्टा, परदे के पीछे कुजू गांव का बालू माफिया
सूत्र के मुतावीक इलिगाड़ा गांव के बबलू कालूँडीया, धीरो गोप, पाडिया के साथ एक अन्य युवकों ने मिलकर किसी जगदीश नामक बालू माफिया से विगत 10 दिनों पूर्व 1,60000/- ( एक लाख साठ हजार ) रुपया लेकर इलिगाड़ा बालू घाट से बालू खनन करने की अनुमति प्रदान की थी, इसी बिच सरायकेला जिले के कुजू गांव का एक बालू माफिया द्वारा, उक्त चारों युवकों अधिक रूपये देने के पेशकस के उपरांत, जगदीश के बालू खनन पर रोक लगा दिया गया और तरह से गोरख धंदे कुजू गांव के बालू तशकर की एंट्री हो गई और वो अपने कर्मचारी मंगल महाकुड़ को आगे रख बालू खनन के अवैध कारोबार को अंजाम देने मे जुटा हुआ है ! प्राप्त जानकारी के अनुसार कुजू गांव का यही बालू तशकर गायसुटी बालू घाट मे भी अवैध खनन कर चूका है
कोकचो थाना प्रभारी ने कहा, दिखवा लेते हैँ
बालू का अवैध खनन एंव परिवहन पर रोक लगाने की जिम्मेदारी उड़न दस्था दल एवं संबंधित थाना प्रभारी की होती है, इस संबंध मे तांतनगर ओपी प्रभारी पीयूष नाग ने कहा की दिखवा लेते हैँ









