चाईबासा – झारखण्ड जागरण के द्वारा तांतनगर ओपी क्षेत्र मे बालू के अवैध खनन से संबंधित खबर जारी किये जाने के बाद ओपी प्रभारी पियूष नाग ने छापेमारी करते हुए अवैध बालू से लदे दो ट्रेक्टर को जब्त कर लिया है, मिली जानकारी के अनुसार ओपी प्रभारी ज़ब गस्ती करते हुए इलिगाड़ा गांव के पास पहुंचे, तो बालू लदे ट्रेक्टर को आते हुए देखा, वहीं पुलिस को आता देख ट्रेक्टर छोड़ कर मौके से दोनों चालक फरार हो गए, ओपी प्रभारी ने दोनों ट्रेक्टरों को जब्त करते हुए थाने मे खड़ा करवा दिया है, एवं आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है,वहीं पुलिस की इस कार्रवाई से बालू तश्करों मे हड़कंप मच गया है !
संगम घाट मे अवैध खनन से निकलने वाला बालू को ऊँची कीमतों मे बेच रहे हैँ बालू माफिया
मिली जानकारी के अनुसार खरकाई नदी के संगम घाट जो कि ओडिशा बॉर्डर के समीप है, उक्त घाट मे भी बड़े पैमाने पर अवैध खनन जारी है, उक्त घाट के बालू ट्रेक्टरों का परिवहन तांतनगर ओपी के नाक के निचे बेरोकटोक जारी रहता है, जिसे बालू माफिया चाईबासा शहर मे लाकर 4000 से 5000 रु प्रति ट्रेक्टर बेच रहे हैँ
इलिगाड़ा घाट का प्रत्येक वर्ष गांव के असामाजिक तत्व करते हैँ नीलामी
लगभग छे वर्ष पूर्व चाईबासा शहर के मेसर्श निकिल अग्रवाल को खनन विभाग से इस बालू घाट का लीज मिला था, अमूमन यही हाल सभी बालू घाटों का है, जहाँ लिज अवधी पूर्ण होने के बाद से ही बालू चोर सक्रिय हो गए है और ना केवल अवैध रूप से मोटी रकम कमाई कर रहे हैँ, बल्कि बालू चोरी के जरिये सरकार को प्रतिवर्ष करोड़ों रूपये के राजश्व क्षती भी पहुंचा रहे हैँ
चौक चौराहे पर बालू तशकरों के मुखबिरों कि रहती है तैनाती
अवैध खनन क्षेत्र से चाईबासा शहर के बिच पड़ने वाले प्रमुख चौक चौराहे मे बालू चोरों के मुखबिरों की तैनाती रहती है, जिनका काम मोबाइल के जरिये, पुलिस के मुवमेंट की जानकारी देना होता है, यही कारण है कि पुलिस या खनन विभाग को अपेक्षित सफलता नहीं मिल पाती है, हालांकि जानकार बताते हैं, कि, पुलिस अगर चाहे तो, इस गोरख धंदे पर काफी हद तक रोक लगा सकती है









